रामबाण से भी अधिक प्रभावशाली शाबित होगा यह नुष्का डाइट में शामिल करें ये आयुर्वेदिक हर्ब्स, मौसमी बीमारियों से होगा बचाव,सर्दियों का मौसम शुरू हो चुका है। हल्की ठंड के साथ मौसम बदलने लगता है, और इसी बदलाव के बीच बीमारियाँ दस्तक देने लगती हैं।
जैसे ही सर्दियाँ आती हैं, खांसी, जुकाम और बुखार जैसी बीमारियाँ आम हो जाती हैं। खासकर, जिन लोगों की इम्यूनिटी कमजोर होती है, उन्हें मौसमी संक्रमणों से अधिक परेशानी होती है। ऐसे में, डाइट में कुछ खास बदलाव करना जरूरी हो जाता है।
मौसम बदलते ही इम्यूनिटी को मजबूत करने के लिए कई आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों को अपने आहार में शामिल करना चाहिए। ये जड़ी-बूटियाँ औषधीय गुणों से भरपूर होती हैं और मौसमी बीमारियों से बचाने में मदद करती हैं। यहाँ हम आपको 3 ऐसी जड़ी-बूटियों के बारे में बता रहे हैं। यह जानकारी डॉ. दीक्षा भावसार दे रही हैं, जो आयुर्वेदिक उत्पादों के ब्रांड ‘द कादंबा ट्री’ की संस्थापक और BAMS (बैचलर ऑफ आयुर्वेद मेडिसिन) हैं।
गिलोय
गिलोय औषधीय गुणों से भरपूर होती है। इसमें एंटी-इन्फ्लेमेटरी, एंटी-बायोटिक, एंटी-एजिंग, एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-वायरल, एंटी-डायबिटिक और एंटी-कैंसर गुण होते हैं। इसका सेवन आपको कई बीमारियों से बचा सकता है। यह वायरल बुखार, खांसी और जुकाम को दूर करने में मददगार है।
रामबाण से भी अधिक प्रभावशाली शाबित होगा यह नुष्का डाइट में शामिल करें ये आयुर्वेदिक हर्ब्स, मौसमी बीमारियों से होगा बचाव
गिलोय का काढ़ा छाती में जमा बलगम को निकाल सकता है। गिलोय में तुलसी, काली मिर्च और अदरक मिलाकर काढ़ा बनाकर पीने से बलगम निकलता है। सर्दियों के आगमन के साथ गिलोय को अपने आहार में शामिल करें। आप इसका जूस पी सकते हैं, या गिलोय पाउडर का भी सेवन कर सकते हैं।
तुलसी
तुलसी को आयुर्वेद में गुणों का खजाना माना जाता है। यह कई मौसमी बीमारियों और संक्रमणों से राहत दिलाने में मदद कर सकती है। इसमें एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं, जो इम्यूनिटी को मजबूत करते हैं। यह जुकाम और बुखार में भी बहुत फायदेमंद है। तुलसी के पत्ते या इसका काढ़ा सुबह खाली पेट गर्म पानी के साथ लेना फायदेमंद होता है।
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अदरक
अदरक हमारे घरों में नियमित रूप से इस्तेमाल होता है। इसका उपयोग चाय बनाने में और कई खाद्य पदार्थों में किया जाता है। लेकिन, यह स्वास्थ्य के लिए भी बहुत फायदेमंद है। अदरक का काढ़ा या अदरक को शहद और काली मिर्च के साथ लेने से गले की समस्याएँ दूर हो सकती हैं। आप अदरक को काली मिर्च के साथ उबालकर भी पी सकते हैं।
आयुर्वेद के अनुसार, मौसम के बदलाव के साथ डाइट में बदलाव करना बहुत जरूरी है ताकि स्वास्थ्य सही बना रहे। यदि आपकी किसी स्वास्थ्य से संबंधित समस्या है, तो हमें लेख के ऊपर कमेंट बॉक्स में बताएं। हम अपने लेखों के माध्यम से आपकी समस्या को हल करने की कोशिश करेंगे।