हिंदू धर्म में रक्षा बंधन का त्योहार भाई-बहन के सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है। हर साल, श्रावण मास की पूर्णिमा के दिन रक्षा बंधन का त्योहार मनाया जाता है। इस दिन बहन अपने भाई की उन्नति और अच्छे स्वास्थ्य की कामना करती है और भाई को राखी बांधती है। भाई भी इस दिन अपनी बहन की रक्षा का वचन देता है। रक्षा बंधन का त्योहार भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
राखी उत्सव
इस बार रक्षा बंधन के दिन शुभ योग भी बन रहे हैं। आपको बता दें, सावन पूर्णिमा की तिथि 19 अगस्त को सुबह 3:05 बजे से शुरू होगी और यह रात 11:56 बजे तक रहेगी। इसलिए, रक्षा बंधन का त्योहार 19 अगस्त को मनाया जाएगा। इसके अलावा, इस दिन माता लक्ष्मी की विधिवत पूजा का विधान है। क्योंकि इस दिन पूर्णिमा होने के कारण, यह तिथि महालक्ष्मी की पूजा से जुड़ी मानी जाती है।
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रक्षा बंधन इस बार सावन का आखिरी सोमवार भी है। इसके अलावा, इस शुभ दिन पर 04 शुभ योग भी बन रहे हैं। आपको बता दें, इस बार रक्षा बंधन पर सर्वार्थ सिद्धि योग, शोभन योग, रवि योग और सौभाग्य योग का निर्माण हो रहा है। साथ ही, श्रवण नक्षत्र का अद्भुत संयोग भी बन रहा है। हालांकि, इस दिन भद्रा की छाया भी रहेगी, लेकिन इस बार भद्रा पाताल लोक में रहेगी, इसलिए इसका अशुभ प्रभाव नहीं होगा।
हिंदू कैलेंडर के अनुसार, इस बार भद्रा रक्षा बंधन के दिन 18 अगस्त की रात 2:21 बजे शुरू होगी और अगले दिन, 19 अगस्त को दोपहर 1:24 बजे तक रहेगी। बता दें कि इस बार भद्रा पाताल लोक में होगी, इसलिए इसका प्रभाव ज्यादा नहीं होगा। इसलिए आप जब चाहें राखी बांध सकते हैं। लेकिन राखी बांधने का शुभ समय दोपहर 1:30 बजे से 4:03 बजे तक रहेगा। इसके बाद शाम के समय भी, आप अपने भाइयों को 6:39 बजे से 8:52 बजे के बीच राखी बांध सकते हैं।